ग्रीन फ्यूल सप्लाई चेन कंपनी

ग्रामीण और औद्योगिक अर्थव्यवस्थाओं को जोड़ते हुए

बायोफ्यूलसर्कल ने बायोएनर्जी सप्लाय चेन के लिए एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म तैयार किया है। इस प्लेटफ़ॉर्म ने किसानों, ग्रामीण उद्योगों और बायोमास प्रोसेसर्स को, फॉसिल फ्यूल के स्थान पर सस्टेनेबल फ्यूल का उपयोग करना चाहने वाले उद्योगों से जोड़कर एक अनोखा “फार्म टू फ्यूल” इकोसिस्टम बनाया है। बायोफ्यूलसर्कल का लक्ष्य भारत में ऊर्जा संक्रमण को तेज़ी से आगे बढ़ाने के लिए एक प्रमुख मध्यस्थ बनने का है।

हम भारत में एक उन्नत और डिजिटल तरीके से संचालित बायोएनर्जी सप्लाय चेन स्थापित करने में अग्रणी हैं। हम सिर्फ बायोएनर्जी सप्लाय चेन की सभी समस्याओं का समाधान नहीं कर रहे हैं, बल्कि अपने आस-पास की अर्थव्यवस्था, आम लोगों और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव डालने का प्रयास कर रहे हैं।

बायोफ्यूलसर्कल “फार्म टू फ्यूल” इकोसिस्टम में नए अवसरों का निर्माण कर व्यवसायों की वृद्धि में मदद कर रहा है। हमने एक सर्कुलर इकोनॉमी बनाई है, जो कृषि कचरे का लाभकारी उपयोग, ग्रामीण सशक्तिकरण और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद कर सकती है

विजन

बायोमास, बायोफ्यूल्स और अन्य बायो-प्रोडक्ट्स के लिए एक विश्वसनीय, समग्र सप्लाय चेन के माध्यम से ग्रीन इकॉनमी को सशक्त बनाना।

goals

लक्ष्य

  • बायोमास और बायोफ्यूल व्यापारों के लिए बाजार तक पहुंच को सरल बनाना।
  • बायोमास, बायोफ्यूल्स और बायो प्रोडक्ट्स के लिए कुशल और विश्वसनीय लॉजिस्टिक्स तैयार करना।
  • प्लैटफ़ॉर्म सदस्यों के लिए सरल वित्तीय सेवाएं और डिजिटल सेटलमेंट सुविधाएं प्रदान करना।

हमारा उद्देश्य

बायोफ्यूलसर्कल प्राइवेट लिमिटेड, भारत के पुणे में स्थित एक कंपनी है, जो जून 2020 में स्थापित हुई थी। यह कंपनी, स्टार्ट-अप-इंडिया कार्यक्रम के तहत एक स्टार्ट-अप के रूप में पंजीकृत है। एक विश्वसनीय और किफायती बायोएनर्जी सप्लाय चेन बनाने की मजबूत इच्छा और आवश्यकता ही बायोफ्यूलसर्कल के निर्माण का मुख्य कारण थी।

purpose

भारत में हर साल लगभग 235 मिलियन टन कृषि कचरा बर्बाद हो जाता है।

इस कृषि कचरे में भारत की 17% ऊर्जा की आवश्यकता पूरी करने की क्षमता है, लेकिन इसमें से 70% से अधिक कचरा विभिन्न कारणों से जलाया जाता है या बर्बाद हो जाता है।

विखरे हुए ग्रामीण स्रोत:

छोटे और बिखरे हुए खेतों के कारण कृषि कचरे को एकत्र करना कठिन हो जाता है।

कम आर्थिक मदद:

ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को फसल अवशेष जलाने से रोकने के लिए बहुत कम आर्थिक प्रोत्साहन मिलता है।

मौसमी उपलब्धता:

संग्रहण की उच्च लागत और ग्रामीण आपूर्तिकर्ताओं को औद्योगिक ग्राहकों से सीधे संपर्क नहीं कर पाने की समस्या।

हम इस अवसर का उपयोग करने के लिए डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल करके एक व्यावसायिक मॉडल बनाना चाहते हैं। बायोफ्यूलसर्कल प्लैटफ़ॉर्म बायोमास, बायोफ्यूल्स और बायो-प्रोडक्ट्स के लिए पूरी सुविधाएं प्रदान करता है। इस प्लेटफॉर्म के जरिए आप सही ग्राहकों तक पहुँच सकते हैं और लॉजिस्टिक्स की समस्याओं को भी हल कर सकते हैं।

इससे बायोएनर्जी के लिए एक विश्वसनीय सप्लाय चेन बनती है और व्यवसायों की बाजार में भागीदारी बढ़ाने में मदद मिलती है।

कंपनी

बायोफ्यूलसर्कल प्राइवेट लिमिटेड जून 2020 में स्थापित की गई थी। कंपनी के संस्थापक सदस्यों ने अपने विभिन्न क्षेत्रों के समृद्ध अनुभव को एक साथ लाया है। प्रारंभिक चरण के उद्यम निवेशकों की मदद से, यह कंपनी बायोमास आधारित ऊर्जा संक्रमण में एक मजबूत स्थान बनाने की दिशा में काम कर रही है।

भारत के 5 राज्यों में कार्यरत इस कंपनी ने 20,000 से अधिक किसानों को 1,000 से ज्यादा व्यावसायिक ग्राहकों से जोड़ा है। हर साल 2.5 लाख मीट्रिक टन बायोमास के लेन-देन से, बायोफ्यूलसर्कल हर साल प्लैटफ़ॉर्म पर 200 करोड़ रुपये से ज्यादा के व्यापार करता है।

बायोफ्यूलसर्कल का मुख्यालय पुणे में है और इसके वर्तमान में पुणे, अहमदाबाद, नोएडा और चेन्नई में कार्यालय हैं। उत्पादन विकास, प्लैटफ़ॉर्म संचालन और ग्राहक सेवा में फिलहाल कंपनी की 55 लोगों की टीम कार्यरत है। अगले कुछ महीनों में, नए स्थानों और राज्यों में विस्तार करते हुए, कंपनी अपनी टीम का आकार दोगुना करने वाली है।

जून 2020 में स्थापित होने के बाद से, कंपनी ने बायोमास सप्लाई चेन में औद्योगिक और ग्रामीण हितधारकों के बीच विश्वास बनाने में व्यवस्थित रूप से काम किया है। कई प्रमुख भारतीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने अपने हरे ऊर्जा व्यापार के लिए बायोफ्यूलसर्कल पर भरोसा किया है।

बायोफ्यूलसर्कल ने NTPC स्टार्टअप चैलेंज में बायोमास एक्सचेंज के लिए विजेता पद प्राप्त किया है। इसके अलावा, MNRE, MoRTH, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के समर्थन से, अपनी अनोखी मॉडल के लिए इंडिया ग्रीन एनर्जी अवार्ड भी प्राप्त किया है।

बायोफ्यूलसर्कल का डिजिटल प्लैटफ़ॉर्म और सप्लाई नेटवर्क

हमारे समाधान डिजिटलाइजेशन और ग्रामीण उद्योगों की भागीदारी से एक मजबूत व्यवस्था बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

डिजिटलाइजेशन का उद्देश्य समावेशिता पैदा करना, भागीदारी को प्रोत्साहित करना और सरलता तथा कार्यक्षमता सुनिश्चित करना है। फ्रेंचाइजी मॉडल के तहत काम कर रहे ग्रामीण व्यवसायों के नेटवर्क के रूप में, बायोफ्यूलसर्कल के समाधान ने एक ऐसी सप्लाई चेन बनाई है, जो विश्वसनीय और उचित कीमत पर कार्य करती है।

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डिजिटल प्लैटफ़ॉर्म

.औद्योगिक ई-कॉमर्स
. सप्लाई चेन सेवाएं

सप्लाई नेटवर्क

. ग्रामीण संग्रहण और भंडारण
. सीधे किसानों से संपर्क

विश्वसनीयता, उचित मूल्य और सीधे व्यापार

Farmer Mobile App

This multi-lingual app allows the farmer to either drive in to the local warehouse or pre-book evacuation service consisting of balers/ shredders/tractors based on the need.

Rural Biomass Bank

A rural enterprise concept created around BiofuelCircle’s digital platform includes a village level enterprise carefully selected to service a cluster of 10 villages. This enterprise undertakes aggregation and storage services.

B2B E-Commerce

The E-Commerce platform from BiofuelCircle brings together industrial buyers of biomass and biofuels alongside the suppliers. The platform has replicated several business processes such as RFP based procurement, Auctions, Term Contracts and Spot Contracts tor more than 50 varieties of solid biofuels. The buyers have an option to participate on a ‘live mar etplace’ or use supply chain services offered by BiofuelCircle.

हमारे स्तंभ

बायोफ्यूलसर्कल की प्रतिबद्धता

स्थानीय रोजगार सृजन

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना

हरी ऊर्जा की पहुंच बढ़ाना

ऊर्जा सुरक्षा में योगदान

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